कोष प्रवाह विवरण का अर्थ एवं परिभाषा
कोष प्रवाह विवरण का अर्थ : -
वित्तीय स्थिति में परिवर्तन का विवरण एक ऐसा विवरण है जिसका उद्देश्य एक निश्चित अवधि के लिए किसी संस्था की वित्तीय स्थिति का वर्णन करना होता है यह उन संतों की पहचान करता है जहां से कोष उत्पन्न हुए हैं यह विवरण वित्तीय सूचनार्थ माध्यम के रूप में नीति निर्धारण हेतु आधार प्रसूत करता है! वित्तीय स्थिति में परिवर्तन के विवरण को कोष प्रवाह विवरण कहा, कहां से आया, कहां गया था, प्रबंध कोर्स विवरण आदि के नाम से भी जाना जाता है हालांकि इस पुस्तक में यह कोष प्रवाह विवरण के नाम से जाना गया है!
व्यवसाय की प्रकृति सदैव गतिमान रहता है इसमें व्यवहारों का कर्म निरंतर जारी रहता है तथा यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया की व्यवसाय को गति प्रदान करती है व्यवसाय के विभिन्न लेनदेन और व्यवहारों का लेखा पुस्तकों में किया जाता है जिनकी सहायता से एक लेखा अवधि के अंत में अंतिम खाते यथा लाभ हानि विवरण तथा आर्थिक चिट्ठा तैयार किया जाता है आर्थिक चिट्ठा एक निश्चित तिथि को व्यवसाय की वित्तीय स्थिति को प्रदर्शित करता है तथा लाभ हानि विवरण व्यवसाय के लाभ एकता को प्रदर्शित करता है जबकि व्यवसाय वर्ष पर्यंत गतिमान रहता है
इस गतिशीलता के कारण आर्थिक चिट्ठा के निर्माण की तिथि के बाद एक व्यवहार लेन-देन भी व्यवसाय की स्थिति में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है अतः वित्तीय विश्लेषण को पिछले आर्थिक चिट्ठा की तुलना में वर्तमान आर्थिक चिट्ठा में हुए परिवर्तनों का विश्लेषण करना होता है इन परिवर्तनों का अध्ययन कोष प्रवाह विवरण की सहायता से किया जाता है,
किसी व्यवसायिक संस्था की लभार्जन जनशक्ति आर्थिक स्थिति एवं कार्य क्षमता के संबंध में लाभ हानि विवरण एवं आर्थिक चिट्ठा से महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त होती है किंतु इनमें प्राप्त सूचना है कभी-कभी भ्रामक भी साबित होती है!
उदाहरण : -लाभ हानि विवरण से यह सूचना मिल सकती है कि संस्था में भारी मात्रा में उपार्जित जीत किया है और आर्थिक चिट्ठा से यह सूचना मिल सकती है क्या संस्था की स्थिति ठीक-ठाक है किंतु इसके बावजूद संस्थान नगद लाभांश ब विवरण करने की स्थिति में नहीं है वास्तव में यह समस्या विचित्र सी प्रतीत होती है ऐसी स्थिति में व्यवसाय का मालिक किया प्रबंधक लेखा विधि का सही जानकारी नहीं है तो इस तथ्य को नहीं समझ पाता है कि व्यवसाय में अत्यधिक लाभ होने के बावजूद इसके पास नगद धन की कमी क्यों है
उसे इस बात की सही जानकारी नहीं हो पाती है कि व्यवसालय में अर्जित लाभ या नगद धन का प्रयोग कहां किया गया है
दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि इस वित्तीय विवरणों से इस बात की जानकारी नहीं हो पाती है कि किसी विशेष वित्तीय वर्ष में किन किन स्रोतों से धन प्राप्त हुआ तथा किन किन मुद्दों पर ही से व्यक्त किया गया है इन स्थिति का स्पष्टीकरण करने के लिए जिन निर्वाचन विधि का प्रयोग किया जाता है उसे कोष प्रवाह विवरण कहते हैं
कोष प्रवाह विवरण को निम्नलिखित विद्वानों ने परिभाषित किये है!
1. रॉबर्ट एंथोनी के शब्दों में, कोष प्रवाह विवरण उन स्रोतों का वर्णन करता है जिनके अतिरिक्त कोष प्राप्त किए गए थे जिनमें इनको शो का प्रयोग किया गया है
3.फाउले के शब्दों में, कोष प्रवाह विवरण सारांश रूप में तैयार किया गया एक विवरण है जो दो विभिन्न तिथियों पर बनाए गए आर्थिक चिट्ठों के समांतर में वित्तीय दशा में हुए परिवर्तन का अज्ञात कराता है
कोष के स्रोतों का प्रयोग का विवरण एक तकनीकी युक्ति है जो कि 2 तिथियों के बीच व्यवसायिक संस्था की वित्तीय स्थिति में हुए परिवर्तनों का विश्लेषण करने के लिए तैयार किया जाता है
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