शेयर मार्केट क्या है तथा शेयर मार्केट में होने वाली जोखिमों को बताएं

शेयर मार्केट क्या है,

शेयर मार्केट का तात्पर्य है कि शेयर बाजार निवेश का एक अच्छा प्लेटफार्म है यहां पर निवेश करके अच्छा रिटर्न पा सकते हैं शेयर मार्केट में काम करके या इसमें समय देकर हम रोजगार के अवसर ढूंढ सकते हैं यह कम पूंजी वाले व्यक्ति भी कर सकते हैं क्योंकि इसमें निवेश ₹1 से लेकर लाखों रुपए तक किया जा सकता है इसके साथ ही शेयर मार्केट में काम करने के लिए कोई खास उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है इसके लिए बस एक इंटरनेट होना चाहिए और फिर लैपटॉप या मोबाइल से भी काम किया जा सकता है

शेयर मार्केट में पहले की अपेक्षा शेयर बाजार अब और भी सुविधा हो गया है क्योंकि यह SEBI सेबी की देखरेख में चलता है से भी क्या उद्देश है शेयर भारतीय वित्तीय बाजार को निष्पक्ष और सुरक्षित करना था सेबी की स्थापना के बाद नया कानून में नियमों और दिशा निर्देश के माध्यम से बहुत से सुधार कार्य हुए हैं से भी समय-समय पर नए नए नियमों का सामाजिक करता है यह शेयर बाजार को सुधार करता है ताकि भारतीय विधि बाजार निवेशकों के लिए सुरक्षित हो सके उसे शेयर मार्केट कहते हैं

शेयर मार्केट में जोखिम

शेयर मार्केट में जोखिम निम्नलिखित है

शेयर मार्केट या चाहे कोई भी व्यवसाय किया जाए उसमें तो जोखिम रहता ही है लेकिन अन्य निवेश और व्यवसाय की अपेक्षा शेयर मार्केट में जोखिम ज्यादा हो सकता है यहां कुछ प्रमुख जोखिम के बारे में हम बताने का प्रयास कर रहे हैं

A) कंपनी जोखिम

B) बाजार जोखिम

C) जोखिम मुद्रास्फीति जोखिम 

D)लालच की जोखिम

E)गलत और झूठे लुभावना तथा सलाहकारों से जोखिम 

F) अधूरा ज्ञान से जोखिम

G) राजनीतिक जोखिम आपदा एवं विपदा जोखिम

A. कंपनी जोखिम,

हम सभी जानते हैं कि एक शेयर एक स्वामी का एक टुकड़ा है जो आपको कंपनी में स्टॉक निदेशक के रूप में मिलता है इसलिए किसी कंपनी के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव उसके शेयर की कीमत को भी प्रभावित करते हैं साधारण शब्दों में कह सकते हैं कि अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो उसके शेयर की कीमत बढ़ सकता है वहीं दूसरी ओर व्यापार में हानि या समस्या या रातों में गिरावट हो तो शेयर की कीमत गिर सकती है इसलिए निवेशक के लिए यह हमेशा सलाह दी जाती है कि कंपनी के स्टॉक में निवेश करने से पहले कंपनी की वित्तीय ताकत प्रबंधन आदि का विश्लेषण करें जुड़े ऐसे शब्द जिसके बारे में एक शुरुआती निवेश को जानना चाहिए

B. बाजार जोखिम,

जब भी आपको कोई स्टॉक खरीद दिया भेजते हैं तो लाभ या हानि क्या निर्धारित करती है स्वाभाविक रूप से यह स्टोर की कीमत है जिस कीमत पर आप स्टोर खरीदते हैं और जिस कीमत पर आप इसे बेचते हैं उस निवेश से निवेशक के लाभ और हानि का निर्धारण होता है और यह देखते हुए कि स्टॉक की कीमत में हर दिन और दिन के भीतर भी उतार-चढ़ाव रहता है यह बाजार का जोखिम है जिससे हर शेयर बाजार निवेशक को अवगत होना चाहिए

स्टोर की कीमत में उतार-चढ़ाव एक नहीं बल्कि कई कारकों से प्रेरित होते हैं लेकिन अंत में यह बाजार में समय के आपूर्ति और उस समय की आपूर्ति और मांग के कारण होते हैं अन्य कारक जो स्टॉक कीमत और मांग आपूर्ति को प्रभावित करते हैं उनमें कंपनी का मूल्य आय अनुपात अल्पकालीन रुझान तरलता समाचार का प्रभाव निवेशक जनसांख्यिकी आदि शामिल है

तो कुल मिलाकर शेयर बाजार में नुकसान होने के जोखिम को बाजार जोखिम के रूप में जाना जाता है बाजार जोखिम अंतत: स्टॉक मूल्य परिवर्तन में उतार-चढ़ाव के कारण मौजूद है

C. नियामक जोखिम,

शेयर बाजार में कई कंपनियां लिमिटेड है और ऐसी कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई है और कुछ दूरसंचार ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है जबकि अन्य वित्तीय सेवा क्षेत्र फार्मा क्षेत्र कृषि क्षेत्र आदि से हैं

और इन सब के बीच कई क्षेत्र विभिन्न नियामक निकाय द्वारा शामिल होते हैं और इससे सरकार भी शामिल हो सकती है इसलिए नियामक द्वारा किए गए क्या सरकार द्वारा घोषित कोई भी बदलाव संबंधी क्षेत्रों में सभी कंपनियों के कारोबार को प्रभावित कर सकता है जिसके परिणाम स्वरूप इसके स्टॉक की कीमत में गिरावट या गिरावट हो सकती है 

जैसे :: जीएसटी नोटबंदी प्लास्टिक पर बैन तंबाकू निषेध इत्यादि

D. लालच जोखिम,

लालच बुरी बला है हमें लालच में पड़कर कोई भी कदम नहीं उठाना चाहिए अक्सर यह देखा गया है कि जो लोग इंट्राडे में ट्रेडिंग करते हैं लालच में पढ़कर बहुत ही लॉस में चले जाते हैं जैसे अगर उन्हें 1% का प्रॉफिट हो रहा हो तो सोचते हैं कि 1% और हो जाएं 2% प्रॉफिट हो जाए 3 परसेंट का प्रॉफिट हो जाए वह सोचते सोचते एक परसेंट और हो जाए ऐसा सोचते सोचते एक बार लॉस में चले जाते हैं

यह लॉस तब और बढ़ जाता है जब किसी निवेशक का एक परसेंट लव सो जाता है और वह मार्केट में एक्टिव नहीं करता है और सोचता है कि उसका लॉस प्रॉफिट में बदलें या जो मार्केट अभी डाउन में चल रहा है वह ऊपर जाएगा लेकिन फिर से उसे एक परसेंट लॉस हो जाता है फिर वह सोचता है किसी और ऊपर जाएगा और इस तरह से करते-करते जो शेयर का भाव है ऊपर जाने के बजाय नीचे गिरता रहता है डाउन होता रहता है और उसे बहुत बड़ी लॉस का सामना करना पड़ता है इस वजह से लालच कभी नहीं करना चाहिए

E. गलत और झूठे लुभावना तथा सलाहकारों से जोखिम,

आजकल बहुत सारे ब्रोकर और यूट्यूब पर किसी विशेष स्टाफ के बारे में बहुत सारी जानकारियां देते रहते हैं और सलाह देते रहते हैं कि अपने अनुभव के अनुसार किसी स्टाफ को खराब किया बहुत अच्छा कहते हैं लेकिन कभी-कभी वास्तव में ऐसा होता नहीं है ब्रोकर अपने फायदे के लिए यह सब करते हैं और यूट्यूबर अपने व्यूज करते हैं इन सब के चक्कर में पड़कर कभी भी बिना सोचे समझे किसी भी स्टॉक में पैसा नहीं लगाना चाहिए

शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है जहां दूसरों से ज्ञान तो लेना चाहिए लेकिन दूसरों की सलाह पर कभी भी किसी विशेष स्टॉक में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए अगर इन्वेस्ट करना ही है तो आपको उस स्टोर के बारे में विशेष ज्ञान होना चाहिए और न्यूज़ चैनल देखना चाहिए समाचार पत्र पढ़ना चाहिए उस कंपनी का डिटेल आपको देखना चाहिए तब उसमें अपना पैसा लगाना चाहिए

F. अधूरी ज्ञान से जोखिम,

अधूरा ज्ञान बहुत ही खतरनाक होता है इसलिए अधूरे ज्ञान से बचना चाहिए नए इन्वेस्टमेंट वाले अक्षर अधूरा ज्ञान रखते हैं और फिर आवेश में आकर बहुत जल्द बड़ी इन्वेस्ट करते हैं और उनको अधूरा ज्ञान की वजह से नुकसान का सामना करना पड़ता है जैसे 

यदि आप सोचते रहे कि मुझे F/E Ratio निकालना आ गया है और इसे देखकर मैं अच्छे से शेयर खरीद कर एक सफल निवेशक बन जाऊंगा तो यह आप गलत सोच रहे हैं कोई बार हम भ्रम में भी आ जाते हैं गलत f/e Ratio खरीद कर नुकसान उठा लेते हैं

E. राजनीतिक जोखिम,

राजनीतिक उतार-चढ़ाव भी स्टॉक के उतार-चढ़ाव को प्रभावित करते हैं यदि मौजूदा सरकार ने कोई विशेष नियम बनाए हो या फिर मौजूदा सरकार किसी विशेष कंपनी के फेवर में हो तो उसे शेयर स्वभाविक है कि वह अच्छा प्लेटफार्म करेगी लेकिन जैसे कुछ गलत कदम उठाते हैं क्या सरकार का विरोध होता है या सरकार गिर जाती है तब उस कंपनी के शेयर पर भी अक्सर देखने को मिल सकता है

F. आपदा, बिपदा जोखिम,

प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप बाढ़ चक्रवात तूफान सुखाया महामारी करो ना जैसी बीमारियों के कारण भी स्टॉक का प्राइस अचानक गिर सकते हैं लेकिन कई स्टॉक का प्राइस बना रहता है इस प्रकार लोग धोखे में पड़ जाते हैं आप टर्टल जाता है लेकिन लोगों को बहुत नुकसान होता है

निष्कर्ष,

इस प्रकार देखा जाए तो शेयर मार्केट में बहुत जोखिम शेयर मार्केट में स्टॉक खरीदने से पहले यदि आपने उस स्टॉक का अच्छी तरह से विश्लेषण नहीं किया है तब आपको किसी के कहने पर या किसी के देखा देखी शेयर नहीं खरीद लेना चाहिए इससे आप को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है


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